Sunday 3 September 2017

फोडो और राज करो एक भेद निती

जैसे के आप जानते है कि फोडो और राज करो यह अंग्रेज़ो कि निती है और अपने देश में अंग्रेज़ो द्वारा वेद ,वर्ण और शास्त्र पूराणों द्वारा जाती और गणो का निर्माण किया है ।ऐसा कहना क्या गलत है ? ईस वर्ण जाती और गणो का उपयोग अंग्रेज़ एक हातियार के तौर पर एक दुसरे जाती और वर्णो को दबाने के लिये उपयोग करते आये है ।अंग्रेजोंने बनाई हूये वैष्य और क्षत्रीय द्वारा जाती बल और धन का वापर करके शूद्र वर्ण कि जातीयों को हमेशा दबाने कि कोशिश करतीं आयी है । यह शिलशिला सदियों पूराना है ।झगड़े तो सिर्फ तीन वर्णो में हि होते है । इसका कारण यह है कि वैदिक अंग्रेज़ो द्वारा वेद ,शास्त्र, पूरान और स्मृतियों का निर्माण भारतीय लगों में फूट डालने के लिये हि किया है । जैसे आप जानते है कि फोडो और राज करो यह अंग्रेजों कि निती है और वेद ,शास्त्र और पूरानो में वर्ण और जाती का भेद है ।जिसे फूट कहा जाता है। जो आपको भारत देश में हर गांव और हर शहर में देखने को मिलती है ।याद रहे यह वर्ण और जाती कि फूट अंग्रेजों द्वारा डाली गई है ।ईस अंग्रेजी फूट को भेद को त्यागना हम भारतीय लोगो का कर्तव्य है । तभी खरी आझादी का माहौल बनेगा और नालायक अंग्रेजो कि इस फूट निती का सर्वनाश होगा ।
१)सामाजिक भेद : अंग्रेज़ो द्वारा जो सामाजिक भेद निर्माण किये गये है । ईसके कारण भारत देश कि सामाजिक व्यवस्था एकदम भयावह है ।यह सामाजिक भेद मानव जाती पर एक कालिक है ।
२)शैक्षणिक भेद : अंग्रेज़ोने जो भेद डालके रखे है ईसके कारण सभी भारतीय लोगों को सभी प्रकार कि शिक्षा ग्रहण करने को रोका जाता है । जो एक गलत बात है । ईस वेद के भेद कि जड को मिटाना हम भारतीय लोगो का कर्तव्य है ।
३)राजकीय भेद : अंग्रेज़ो द्वारा निर्माण कि गई राजकीय भेद कि निती अपने देश के लिये और भारतीय समाज के लिये घातक है ।
४)आर्थिक भेद : अंग्रेजों द्वारा जो शास्त्र निर्माण किये गये है वह शास्त्र  भारत देश कि जनता को अर्थाजन से रोकता है ।ईसके कारण भारत देश कि जनता में असमतोल निर्माण हूवा है ।
५)जातिगत भेद : भारत में अंग्रेजों द्वारा जातिगत भेद निर्माण के कारण भारतीय लोग आपस में हि लढ रहे है ।जिन के कारण देश कि अधोगति हो गई है । अंग्रेज़ो कि इस भेद निती से भारत देश का बहोत नुकसान हो रहा है ।
६)धार्मिक भेद : अंग्रेज़ोने भेदभाव करने वाले धर्म भारत में लाऐ है ।जिसके कारण भारतीय लोग अलग अलग धर्म में विभाजित हुये है । ईस विभाजन कि वजह से भारतीय लोगो का आपमें हि संघर्ष बढ़ा है ।
७)संपत्ती भेद : धर्म और जाती में भेदभाव होने के कारण देश के संपत्ति का बहोत बड़े पैमाने पर असंतुलन हुआ है ।जिनके कारण गरीबी कि खाई बढ रही है ।
८)रोजगार भेद : अंग्रेज़ोने भेदभाव करके रोजगार को भी विभाजित कर दिया है । जिनके कारण वर्ण और जातीवाद मजबूत हुआ है ।
९)आस्था भेद : ईश्वर एक होने के बावजूद भी अंग्रेज़ोने भेदभाव तरीके से ग्रंथ निर्माण किये है ।और उस ग्रंथों के माध्यम से अलग अलग आस्था के केंद्र बनाएं है ।जिनके कारण भारतीय लोगो में संघर्ष होता रहता है ।
१०)मत भेद : इन सारे कारणो के कारण भारतीय लोगो में मतभेद निर्माण हुये है । और मतभेद निर्माण होने के कारण भारतीय लोग अलग अलग गुटों में विभाजित हुये है । जो फोडो और राज करो कि निती है ।

(माहाआचार्य मोहन गायकवाड)

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