दुनियाँ भर में कई धार्मिक मान्यताएं है । जो अलग अलग विचारधाराएँ है और अलग अलग ईश्वरीय और धर्मग्रंथ और धर्मस्थल पर आस्था रखती है । एक अनुमान है कि दुनियाभर में ३०० से भी जादा धार्मिक मान्यताएं है और यह सभी कुच्छ अपवादों को छोड़ दे तो सभी ईश्वर निर्मित है ।
अब इन धर्म। मान्याताओं कि चिकित्सा करोगे तो आपके सामने चौकानेवाला सत्य आयेगा । वैसे तो हर ईश्वर निर्मित धर्म खुदकी चिकित्सा करने के खिलाफ है । फिर भी उनकी मान्यताओं का थोड़ा अध्ययन करने कि कोशिश करते है ।
१) सभी धर्म ईश्वर निर्मित है और सभी के ईश्वर अलग अलग है । ईसीलिये ईश्वर शक के दायरें में है ।
२) ईसीलिये कौनसा ईश्वर सही है और कौनसा ईश्वर निर्मित धर्म और धर्म ग्रंथ सही है ? यह बताना मुश्किल है ।
३) अब इन सभी ईश्वर निर्मित धर्मो के ईश्वर अलग अलग कैसे ? ईसीलिये ईश्वर एक नही बल्कि अनेक है ।
४) अगर ईश्वर एक है तो ईश्वर ने अनेक धर्म और धर्मग्रंथ क्यों निर्माण किये है ?
५) क्या हर एक ईश्वर ने अपने अपने धर्म के लोगो को जन्म दिया है ?
६) ईश्वर ने अलग अलग समय पर अलग अलग धर्म निर्माण क्यों किया है?
सवाल तो शेकडो है । पर इन सवालों के जवाब क्या धर्म दे सकते है ?
आस्तिक लोगो के याने दैववादियों के व्यावहार का आप ठिक से अध्ययन करोगे तो आपको यह पता चलेगा कि वस्तव में आस्तिक याने दैववादी लोग नास्तिक है । खुदको आस्तिक बताने वाले लोग खुद बहोत बड़े नास्तिक है । ओ आस्तिक होनेका तो दिखावा खुब करते है पर सारी हरकतें नास्तिक से भी बढकर ईश्वर का आपमान करने वाली होती है ।
ईश्वर वादी द्वारा किये जानेवाले कुच्छ अजीब हरकतें जो नास्तिक लोग भी नही कर सकते है ।
आस्तिक लोग कहते है कि यह संसार और सारे जीवजंतु ईश्वर ने बनाएं है और उनका नियंत्रन भी ईश्वर ही करता है । लेकिन आगे इन सवाल के जवाब अगर आप ढुंढने कि कोशिश करोगे तो आप हैरान और परेशान हो जाओगे ।
१) आस्तिक लोग पशू बली देते है । अगर पशूओं को जन्म और मृत्यु देने का अधिकार ईश्वर का है तो आस्तिक लोग पशू बलि क्यों देते है ? क्या वे ईश्वर से बड़े है ?
२) आस्तिक लोगो का ईश्वर पर भरोसा नही है ।क्योंकि वह आरोपियों को अपने हाथों से सजा देते है । सजा देना नास्तिको का काम है आस्तिको का नही है । क्योंकि नास्तिक ईश्वर पर भरोसा नही करते है ।
३) क्या महीलाओं पर अत्याचार ईश्वर के मर्जी से नही हाते है । लोग ही अपनी मर्जी से करते हैं । तो क्या ईश्वर कि मर्जी हर जगह नही चलती है ? ४) आस्तिक लोगो का ईश्वर पर भरोसा नही है ? ईसीलिये आस्तिक उस आरोपी को सजा देने कि मांग करते है ।
५) आस्तिक लोग न्याय के लिये भगवान के पास नही कोर्ट में जाते है । आस्तिको का ईश्वर पर भरोसा नही है यही ईस बात से साबित होता है ।
६) आस्तिक लोग देवी देवताओं को नही मानते है ।ईसीलिये नामके आस्तिक लोग देवी देवताओं को पाणी में फेकने के लिये नऊ-नऊ ,दस-दस दिन के कार्यक्रमो का आयोजन करते है । और देवी देवताओं को पाणी में फेक के साबित कर देते है कि हम नास्तिक है ।
देवी देवताओं को पाणी में फेकनेवाले लोगो को क्या आस्तिक कहा जा सकता है ?
(माहाआचार्य मोहन गायकवाड)
Tuesday 26 September 2017
आस्तिक का सच ?
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